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बायोकेमिस्ट्री विभाग एवं में पूर्ववर्ती छात्र व्याख्यान का आयोजन !

झांसी: बायोकेमिस्ट्री विभाग एवं कैरियर/प्रवेश काउंसलिंग सेल बुविवि झांसी द्वारा पूर्ववर्ती छात्र का व्याख्यान का आयोजन किया गया। कुलपति प्रो...


झांसी:बायोकेमिस्ट्री विभाग एवं कैरियर/प्रवेश काउंसलिंग सेल बुविवि झांसी द्वारा पूर्ववर्ती छात्र का व्याख्यान का आयोजन किया गया। कुलपति प्रो मुकेश कुमार पाण्डेय के दिशा निर्देश और डीन साइंस प्रो आरके सैनी, प्रो पूनम पूरी समन्वयक एलुमनाई, एसोसिएशन के सहयोग द्वारा व्याख्यान का हाइबी्रड मोड ऑनलाइन और ऑफलाइन में सफल आयोजन किया गया।

बायोकेमिस्ट्री विभाग समन्वयक डॉ शाहिना कलीम ने अतिथियों एवं समस्त प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि इनडस्ट्री, मेडिसन और एग्रिकल्चर सब ही क्षेत्रों में बायोकेमिस्ट्री में कैरियर की संभावनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। रिसर्च में रुचि रखने वालों के लिए इस फील्ड में अपार संभावनाएं रोज बढ़ रही हैं।संचालन डॉ सुमिरन श्रीवास्तव द्वारा किया गया। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए। डॉ रमेश कुमार ने विभाग के पुरातन छात्र डॉ कौशल किशोर शर्मा, इन्सट्रकटर, हेल्थ साइंस विभाग, यूनिवर्सिटी ऑफ पीपल, अमेरिकन यूनिवर्सिटी नई दिल्ली का परिचय विभाग में पढ़ रहे बीएससी और एमएससी के छात्रों से कराया। पुरातन छात्र आलोक कुमार द्विवेदी, रीजनल हेड क्वीगेन जीएमबीएच, कॉर्पोरेट वन ने अपनी व्याख्या ने बताया कि बायोकेमिस्ट्री में मास्टर्स डिग्री लेकर बतौर ड्रग रिसर्चर, फॉरेंसिक साइंटिस्ट, बायोटेक्नोलॉजिस्ट, फूड टेक्नोलॉजिस्ट, रिसर्च का फील्ड और अन्य क्षेत्रों में जॉब उपलब्ध है। जो रिसर्च फील्ड में नहीं जाना चाहते, नेट या पीएचडी की डिग्री हासिल कर टीचिंग के क्षेत्र तेरी बना सकते हैं।

डॉ कौशल किशोर शर्मा, इन्सट्रकटर, हेल्थ साइंस विभाग, यूनिवर्सिटी ऑफ पीपल, यूएसए अमेरिकन यूनिवर्सिटी ने बताया कि बायोकेमिस्ट्री में करियर के अवसर लगभग असीमित हो सकते हैं। सरकारी एजेंसियां, निजी शोध संस्थान, अस्पताल, सामाजिक और गैर-लाभकारी संगठन सभी को एक अच्छे बायोकेमिस्ट की तलाश रहती है। उनका यह सामान्य लक्ष्य है, अनुसंधान करना, प्रयोग करना, परीक्षण करना और एड्स और कैंसर जैसी बीमारियों के इलाज का पता लगाना और यहां तक की मानसिक विकारों के लिए भी।

इसके पश्चात देव कुमार, ट्रोपिलाइट फूड्स प्राइवेट लिमिटेड और हितेश ने अपने व्याख्यान में बायोकेमिस्ट्री प्रोटीन संरचना और जेनेटिक इंजीनियरिंग में शिक्षण एवं अनुसंधान पर प्रकाश डाला। बायोकेमिस्ट्री विभाग में कार्यरत अंजली सोनकर ने छात्रों को बायोकेमिस्ट्री क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए पूर्वर्ती छात्रों को अनुसरण करने की प्रेरणा दी। बायोकेमिस्ट्री विभाग में कार्यरत डॉ मनीष कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर विभाग के शिक्षक एवं गैर शैक्षणिक राकेश कुमार जैन,शैलेश कुमार सोनी, बीएससी (प्रथम, द्वितीय और तृतीय) एवं एमएससी, बीएससी नव प्रवेशित छात्रों पूमन, शिल्पी, रंजना, उपासना, दीपेन्द्र, सक्षम, नैैन्सी, दीपान्स, खुशी उपस्थित रहे।

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