फाईल फोटो सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु सिद्धार्थनगर ने उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा परिषद के अध्यक्ष एवं काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्...
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सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु सिद्धार्थनगर ने उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा परिषद के अध्यक्ष एवं काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. गिरीश चंद्र त्रिपाठी को अपनी पहली मानद उपाधि प्रदान की है। इसके पूर्व भी दो विश्वविद्यालयों ने इनको मानद उपाधि से सम्मानित किया था। इस प्रकार से प्रो. त्रिपाठी को तीन विश्वविद्यालयों ने मानद उपाधि प्रदान की है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. हरि बहादुर श्रीवास्तव ने इनको मानद उपाधि देते हुए कहा कि प्रोफेसर त्रिपाठी को यह उपाधि देते हुए विश्वविद्यालय गौरव का अनुभूति कर रहा है। ध्यातव्य है कि आज सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु का दीक्षांत समारोह था जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में प्रोफ़ेसर त्रिपाठी को आमंत्रित किया गया था। इस अवसर पर प्रोफेसर त्रिपाठी ने कहा कि भगवान बुद्ध की इस धरती का महत्व आदिकाल से रहा है। स्वतंत्रता संघर्ष में भी यहाँ के लोगों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया था। चंगेरा नामक आतताई अंग्रेजों के कारिंदे को मारने के लिए चंद्रशेखर आजाद स्वयं वेश बदलकर यहॉं पर आए थे। यहाँ के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को नमन करते हैं। कार्यक्रम में पूर्व बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी , पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय, विश्वविद्यालय के फाउंडर कुलपति डॉ रजनीश पाण्डेय, पूर्व कुलपति दूबे सहित अनेक विद्वान एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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