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बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर रमेश चंद्रा ने संभाला महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय का कार्यभार

झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय को विकास की नई ऊंचाई तक पहुंचाने में पूर्व कुलपति प्रोफेसर रमेश चंद्र का विशेष योगदान रहा है। बुंदेलखंड विश्व...



झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय को विकास की नई ऊंचाई तक पहुंचाने में पूर्व कुलपति प्रोफेसर रमेश चंद्र का विशेष योगदान रहा है। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के संपत्ति अधिकारी एवं फूड टेक्नोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डीके भट्ट ने बताया कि विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों में इ हर्ष की लहर है। उन्होंने बताया कि कार्यभार ग्रहण करते ही प्रोफेसर रमेश चंद्रा ने अनेक विकासात्मक घोषणाएं की है। विश्वविद्यालय के प्रबन्ध मण्डल की 17वीं बैठक में नोबल विजेता सहित 05 अतिविशिष्ट विद्वानों को विश्वविद्यालय मानद डॉक्टरेट उपाधि प्रदान करेगा। 08 नये संकाय, 126 विभाग, 09 विशेष शोध केन्द्र व 36 उच्च अध्ययन केन्द्रों को स्थापित करने की मंजूरी प्रदान की गई है। इसके साथ ही विश्वविद्यालय केन्द्रीय विद्यालय, स्टूडेंट एक्टिविटी सेंटर, महिला एवं पुरूष छात्रावास की स्थापना करेगा। महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय का तृतीय दीक्षांत समारोह आगामी 05 अप्रैल को राज्यपाल एवं कुलाधिपति कलराज मिश्र की अध्यक्षता में सम्पन्न होगा।

दिल्ली विश्वविद्यालय, जोधपुर विश्वविद्यालय, कोटा ओपन विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. वी.आर. मेहता दीक्षांत भाषण प्रस्तुत करेंगे। इस आशय की जानकार देते हुए कुलसचिव सुभाष चन्द शर्मा ने बताया कि तृतीय दीक्षांत समारोह में वर्ष 2020 के दीक्षांत समारोह के शेष रहे पाठ्यक्रमों (स्नातकोत्तर, सेमेस्टर सिस्टम भूगोल, गणित, तथा बी.एड) के सर्वोच्च अंक प्राप्तकर्ता विद्यार्थियों, 2020 के 40541 उपाधियों, 2021 के 01 कुलाधिपति पदक, समाज द्वारा प्रदत्त 03 पदक, 31 स्वर्ण पदक एवं 10 रजत पदकों को प्रदान किये जाने का अनुमोदन प्रबन्ध मण्डल की सम्पन्न 17वीं बैठक में किया गया।प्रबन्ध मण्डल बैठक की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रमेश चन्द्रा ने की। इस अवसर पर यह निर्णय भी किया गया कि अगले सत्र से एन.एस.एस. तथा सेना के तीनों विंग्स (जल, थल, वायु) में एन.सी.सी की इकाईया स्थापित की जायेंगी। विश्वविद्यालय एवं सम्बद्ध महाविद्यालयों के विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों के लिए लाइब्रेरी, ई लाइब्रेरी की सुविधा, स्टूडेंट एक्टिवटी सेंटर स्थापित की जायेंगे । अत्याधुनिक कन्वेंशन सेंटर, हेल्थ केयर सेंटर,इंस्टीट्यूट ऑफ नैनो मेडिकल साइन्स, इंस्टीट्यूट ऑफ बायो मेडिकल साइन्स, इंस्टीट्यूट ऑफ फोरेंसिक सांइस, इंस्टीट्यूट ऑफ फूड प्रोसेसिंग इंस्टीट्यूट ऑफ इनवायरमेंट स्टडी एण्ड क्लाइमेट चेंज, रिजनल सांइस सोफिस्टिकेटेड इंस्ट्रूमेंटेसन सेंटर, गर्ल्स होस्टल, ब्वायज होस्टल, स्टूडेंटस ग्रीवान्स रिड्रेसल पोर्टल ऑनलाइन प्रवेश, पंजीकरण पोर्टल, आदि की स्थापना तथा सोलर लाईट की व्यवस्था किये जाने के प्रस्तावों को अनुमति प्रदान की गई। कुलसचिव ने अपनी प्रेस विज्ञपति में ये जानकारी देते हुए बताया कि कुलपति प्रो. रमेश चन्द्रा के मार्गदर्शन में इन सभी योजनाओं की विस्तृत रूप रेखा तैयार कर ली गई है तथा अनुमति के लिए राज्य सरकार को पत्र लिख दिये गये हैं। वर्ष 2023-24 हेतु विश्वविद्यालय का लगभग 2000 करोड़ का बजट वित्त समिति में पारित कर प्रबन्ध मण्डल की स्वीकृति प्राप्त कर ली गई हैं। प्रबन्ध मण्डल ने विश्वविद्यालय के वर्तमान भौगोलिक क्षेत्रफल को अपर्याप्त मानते हुए 500 एकड़ अतिरिक्त भूमि के लिए जिला कलेक्टर के माध्यम से राज्य सरकार को निवेदन किये जाने का प्रस्ताव पारित किया एवं रू. 100 करोड़ के ब्लॉक ग्राण्ट दिये जाने हेतु राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजे जाने का निर्णय किया गया।


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