Page Nav

HIDE

Classic Header

{fbt_classic_header}

Breaking News:

latest

UGC latest news in hindi: अब सेंट्रल यूनिवर्सिटीज़ में पढ़ाने के लिए PhD जरूरी नहीं, UGC ला रहा है नया नियम

  UGC latest news in hindi: यूजीसी ने केंद्रीय विश्वविद्यालयों में पढ़ाने के लिए पीएचडी की अनिवार्यता खत्म कर दी है. आयोग के अध्यक्ष एम जगद...

 


UGC latest news in hindi: यूजीसी ने केंद्रीय विश्वविद्यालयों में पढ़ाने के लिए पीएचडी की अनिवार्यता खत्म कर दी है. आयोग के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने नए नियम की जानकारी दी है.
University Teaching without PhD in India: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) आपके लिए बड़ी खुशखबरी लेकर आया है. यूजीसी केंद्रीय विश्वविद्यालयों (Central University) में पढ़ाने के लिए पीएचडी (PhD) की अनिवार्यता खत्म कर रहा है. यह बड़ी राहत की खबर है. खास कर उनके लिए जिन्हें अपने विषयों में अच्छा फील्ड एक्सपीरिएंस है. जिनकी नॉलेज स्टूडेंट्स के बहुत काम आ सकती है. लेकिन सिर्फ यूजीसी के पीएचडी अनिवार्य वाले नियम के कारण वे यूनिवर्सिटीज़ में टीचिंग करने में असमर्थ थे. लेकिन अब यह बाधा खत्म हो रही है. यूजीसी यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर की नियुक्ति के नियम में बड़ा बदलाव कर रहा है.
यूजीसी चेयरपर्सन एम जगदीश कुमार (UGC Chairman M Jagdesh Kumar) ने कहा कि ‘हमारे देश में ऐसे कई एक्सपर्ट्स हैं जो पढ़ाना चाहते हैं. हो सकता है कोई ऐसा हो जिसने बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम किया हो, जिनके पास काफी ग्राउंड एक्सपीरिएंस हो या कोई ऐसा जो काफी अच्छा डांसर या म्यूजिशियन हो. लेकिन मौजूदा नियमों के कारण हम उन्हें नियुक्त नहीं कर सकते 
बनेंगे नए पद
यूजीसी द्वारा केंद्रीय विश्वविद्यालयों में पढ़ाने के लिए पीएचडी की अनिवार्यता खत्म करने के फैसले के मद्देनजर अब नए पदों का सृजन किया जा रहा है. ये विशेष पद (Special Positions in Central Universities) होंगे, जैसे – प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस, एसोसिएट प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस.

यूजीसी अध्यक्ष एम जदगीश कुमार ने बताया कि ‘अब पीएचडी की जरूरत नहीं होगी. ये एक्सपर्ट सिर्फ अपने सब्जेक्ट फील्ड के अनुभव का डेमो देकर केंद्रीय विश्वविद्यालय में नौकरी (Central University Job) पा सकते हैं.’

बिना पीएचडी सेंट्रल यूनिवर्सटी प्रोफेसर के लिए जो पद बनाए जाएंगे, वे अस्थायी या स्थायी दोनों हो सकते हैं. इसका फैसला एक्सपर्ट की योग्यता और संस्थान की जरूरत पर निर्भर करेगा. ऐसे एक्सपर्ट जिनका सेवाकाल 60 की उम्र में आगे बढ़ाया गया हो, वे भी फुल या पार्ट टाइम फैकल्टी के रूप में 65 साल की उम्र तक काम कर सकते हैं.

अपने विश्वविद्यालय और कालेज एवं शिक्षा और रोजगार जगत की हर खबर को सबसे पहले पढ़ने के लिए अभी Join करे News Stade का Official WhatsApp Group 

⬇️⬇️⬇️⬇️⬇️⬇️

https://chat.whatsapp.com/DFnZOq781Z0HwOFKsWZK7f

Join Our Official Telegram Channel. 

⬇️⬇️⬇️⬇️⬇️⬇️

https://t.me/newsstade

No comments