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BU Jhansi: विश्वविद्यालय में आज संपन्न हुई विद्या परिषद की बैठक, इन मुख्य बिंदुओं पर की गई चर्चा

झाँसी। बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय की आज दिनांक 27.07.2022 को आहूत विद्या परिषद् की बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 से आच्छादित बी.ए. बी.ए...



झाँसी। बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय की आज दिनांक 27.07.2022 को आहूत विद्या परिषद् की बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 से आच्छादित बी.ए. बी.एस-सी. बी.कॉम के समस्त विषयों में उच्च शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मेजर पाठ्यक्रमों 1, 2 एवं 3 को लागू कर दिया गया है तथा माइनर 1 एवं 2 के रोजगारपरक विषयों को समावेशित किया गया। जिससे छात्र-छात्राओं की बौद्धिक क्षमता बढ़ेगी तथा आत्मनिर्भर बनने में सहायक सिद्ध होगा। इन पाठ्यक्रमों में राष्ट्रीयता. सामाजिक चिन्ता में तकनीकी अनुप्रयोग तथा व्यापार की शिक्षा जोड दिये गये है। जिससे छात्र छात्राओं को गुणवत्तापरक शिक्षा प्राप्त होगी तथा वह स्वावलम्बी बनकर भविष्य में लाभ प्राप्त कर सकेंगे।


विश्वविद्यालय में बी.एस-सी. (ऑनर्स), बी.कॉम (ऑनर्स), बी.ए. (ऑनर्स) के विभिन्न पाठ्यक्रमों में 132 की होगी सम्बन्धित पाठ्यक्रम समितियों के माध्यम से उनके पाठ्यक्रम तैयार किये गये हैं जिसके कुल 132 केडिट के होंगे इस पाठ्यक्रम के स्कील एडवांसमेंट कोर्स के विषय वैदिक गणित, एस्ट्रोलोजी, जेम्स स्टोन, कम्प्यूटर साफ्ट स्किल, आर्गेनिक फार्मिंग, फूड प्रोसेसिंग, साइबर काइन नेटवर्किंग जैसे महत्वपूर्ण विषयों को विशेष स्थान दिया गया। जिससे छात्र स्नातक होने के साथ साथ अपने मुख्य विषयों के अतिरिक्त 28 रोजगार पर क विषयों में भी पारंगत होंगे।

स्नातकोत्तर स्तर पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के सम्बन्ध में उच्च शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश की गाइड लाइन के अनुसार तैयार किया गया। सभी पाठ्यक्रम चार सेमेस्टर के कुल 100 क्रेडिट के रहेंगे जिसमे विभिन्न प्रकार के व्यवसायिक पाठ्यक्रम जैसे साइबर क्राइम, आर्गेनिक फार्मिंग पोल्यूशन, इन्टरप्रीन्योरशिप जैसे लगभग 35 पाठ्यक्रमों को सम्मिलित किया गया है। जिसका अनुमोदन विद्या परिषद द्वारा किया गया।

विश्वविद्यालय के बहुप्रतीक्षित डी.लिट्. डी.एस-सी. एवं एल. एल. डी. के पाठ्यक्रम को 2022-23 से प्रारम्भ करने की विद्या परिषद् ने स्वीकृति प्रदान की गई। सत्र विद्या वाचस्पति (Ph.D.) के शोध अध्यादेश को परिवर्तित करते हुये कोर्स वर्क पूर्ण करने की अवधि एक सेमेस्टर से बढ़ाकर दो सेमेस्टर की गई इसका अनुमोदन विद्या परिषद् द्वारा किया गया। प्रवेश सम्बन्धी विज्ञापन शीघ्र ही जारी किया जा रहा है।


अब बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के समस्त पाठ्यक्रम अब केडिट सिस्टम, सी.बी.सी.एस. पद्धति से विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की ग्रेडिंग पर आधारित होगा। सभी 51 पाठ्यकमों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अन्तर्गत अनुमोदन किया गया। सभी विषयों में 20 से 25 प्रतिशत रोजगार परक शिक्षा को समायोजित किया गया है।

उपयुक्त बैठक ऑनलाइन आफलाइन माध्यम से आयोजित की गई जिसमें प्रो. मुकेश पाण्डेय – कुलपति, श्री विनय कुमार सिंह कुलसचिव श्री राजबहादुर परीक्षा नियंत्रक, प्रो. एस. पी. सिंह निदेशक, शैक्षणिक, समस्त संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, समस्त विषयों के समन्वयक एवं अन्य शिक्षक उपस्थित रहे। बैठक में महाविद्यालयों के प्राचार्यगण एवं शिक्षक ऑनलाइन जुड़े रहे।


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