Page Nav

HIDE

Classic Header

{fbt_classic_header}

Breaking News:

latest

।।हां है इश्क तुझसे।। - kashish Sharma ( हिंदी शायरी)

  ।।हां है इश्क तुझसे।। हां हैं इश्क़ तेरी आंखो से  डूब जाती हूं उनमें  हां हैं इश्क़ तेरे बालों से रिझाते - रिझाते खुश हूं उनमें हां हैं इश...


 

।।हां है इश्क तुझसे।।

हां हैं इश्क़ तेरी आंखो से 

डूब जाती हूं उनमें 

हां हैं इश्क़ तेरे बालों से

रिझाते - रिझाते खुश हूं उनमें

हां हैं इश्क़ तेरी बातों से 

क्योंकि भूल जाती हूं गम को

हां हैं इश्क़ तेरी डांट से

कुछ सीख जाती हूं मै

हां हैं इश्क़ तेरी लड़ाई से 

हमेशा मनाती ही हूं में

हां हैं इश्क़ तेरी दोस्ती से

हमेशा साथ होता है तू मेरे 

हां हैं इश्क़ तुझसे 

क्योंकि प्यार हुआ है सिर्फ तुझसे 

नहीं पता कभी एक होगे 

क्योंकि हरदम लड़ता है तू मुझसे 

हां हैं इश्क़ तुझसे 

हो गया है इश्क़ तुझसे ।।






Kashish sharma ❤️



अपनी शायरी हमें newsstadegroup@gmail.com पर भेजें.

1 comment