बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झांसी में 20 जनवरी, 2022 बौद्धिक संपदा अधिकार जागरूकता के विषय पर आनलाईन कार्यक्रम आयोजित किया गया । यह कार्यक्...
बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झांसी में 20 जनवरी, 2022 बौद्धिक संपदा अधिकार जागरूकता के विषय पर आनलाईन कार्यक्रम आयोजित किया गया । यह कार्यक्रम “विश्वविद्यालय की आईआईसी, बौद्धिक संपदा अधिकार प्रकोष्ठ ( आई पी आर सेल ) एवं भारत सरकार के राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा जागरूकता मिशन के संयुक्त तत्वाधान से आयोजित किया गया ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय कुलपति प्रो मुकेश पांडे द्वारा की गई, अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रो मुकेश पांडे ने विश्वविद्यालय एवं शैक्षणिक जगत के लिए बौद्धिक संपदा की आवश्यकता, इसके स्रजन, नवाचार आधारित अनुसंधान, समाज एवं देश की बौद्धिक संपदा बड़ाने में योगदान पर प्रकाश डाला । डॉ पांडे ने कहा कि देश में नवाचार, प्रतिस्पर्धात्मकता और आर्थिक विकास के लिए बौद्धिक संपदा का विकास सरक्षण करना आवश्यक है । बौद्धिक संपदा उत्पन्न हो और फिर कानूनी रूप से संरक्षित और पोषित हो एवं हमें हमारे शैक्षणिक समुदाय को इससे संबंदित अधिकारों के बारे में पर्याप्त जानकारी हो ताकि वे अपने विचारों और नवाचारों और प्रक्रियाओं की रक्षा कर सकें । यह आवश्यक है कि हम आपनी नवाचार और बौद्धिक संपदा में अग्रणी बने बौद्धिक संपदा (आईपी) राष्ट्रीय विकास के लिए मूल्यवान संसाधन है । माननीय कुलपतिजी के निर्देशन मे बुंदेलखंड विश्वविद्यालय मे “एक आई पी आर सेल” बौद्धिक संपदा प्रकोष्ठ की स्थापना भी की गई है , यह प्रकोष्ठ विश्वविद्यालय में बौद्धिक संपदा के सरक्षण एवं विकास को बढ़ावा देगा ।
विषय विशेषज्ञ के रूप में पेटेंट आफिस कलकत्ता के श्री मोहम्मद शोएब ने प्रतिभागियों को बौद्धिक संपदा के स्रजन, उनके पेटेंट किए जाने की आवश्यकता, विधियों से अवगत कराया । उन्होंने बौद्धिक संपदा, डिजाइन, ट्रेड मार्क, कॉपीराइट, भौगोलिक संकेत (जीआई) को उदाहरण के साथ समझाया कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों के लिए प्रश्नोत्तरी का आयोजन भी किया गया। वेविनार का आयोजन आईआईसी, बीयू अध्यक्ष प्रो अपर्णा राज, संयोजक प्रो. एम. एम. सिंह, आईपीआर गतिविधि समन्वयक डॉ रितु सिंह एवं राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा जागरूकता मिशन भारत सरकार के सह संयोजक तथा पेटेंट कार्यालय कलकत्ता के श्री आरनव भट्टाचार्य द्वारा किया गया ।
कार्यक्रम के अंत में आभार डॉ ईरा तिवारी द्वारा व्यक्त किया गया, इसके सफल आयोजन में समस्त आई आई सी टीम, पुस्तकालय सूचना विज्ञान विभाग के डॉ विशाल चावला, श्री अभिनव ने सहयोग प्रदान किया। इस कर्यक्रम में बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के छात्र एवं शैक्षणिक समुदाय ने प्रतिभाग किया ।
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