आंकड़े मूक होते हैं उनका विश्लेषण उनमें जीवन प्रदान करता है- कुलपति झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय लगातार अपनी शैक्षणिक गतिविधियों में नवाच...
आंकड़े मूक होते हैं उनका विश्लेषण उनमें जीवन प्रदान करता है- कुलपति
झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय लगातार अपनी शैक्षणिक गतिविधियों में नवाचार एवं उन्नयन पर कार्य कर रहा है। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के छात्रों को देशभर के विषय विशेषज्ञों का लाभ मिल सके इसको लेकर लगातार विशेष व्याख्यान का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में गणितीय एवं अनुप्रयोग विभाग द्वारा एसपीएसएस एवं आर पर विशेष व्याख्यान का आयोजन 28 से 30 मई तक किया गया। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर मुकेश पांडे ने समापन अवसर पर कहा कि आंकड़े मूक होते हैं उनका विश्लेषण उनमें जीवन प्रदान करता है। उन्होंने विभाग द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि निश्चित ही इस प्रकार की गतिविधियों से छात्रों को लाभ मिलेगा। शारदा यूनिवर्सिटी ग्रेटर नोएडा के प्रोफेसर अतुल सिंघल ने छात्रों को बताया कि किस प्रकार उपलब्ध जानकारियों को आंकड़ों का रूप प्रदान किया जाता है। गणित वैसे भी आंकड़ों का ही मायाजाल है। इस मायाजाल को सुलझाने एवं प्राप्त जानकारी को जनउपयोगी बनाने के लिए के लिए, जनहित में नीति निर्माताओं द्वारा निर्णय लेने के लिए आंकड़ों का विश्लेषण जरूरी है। एसपीएसएस एण्ड आर सॉफ्टवेयर के प्रयोग से आंकड़ों का विभिन्न प्रकार से विश्लेषण किया जा सकता है। विभागाध्यक्ष प्रोफेसर आरके सैनी ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर कुलसचिव विनय कुमार सिंह, परीक्षा नियंत्रक राजबहादुर, डॉ संजीव श्रीवास्तव के साथ अनेक शिक्षक एवं शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।
No comments